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रोग मुक्त होने का सरल तरीका

आज के युग एसी घातक घातक बीमारियाँ लोगों को हो जाती है जो की उनको पता भी नहीं चलता है | कैसर ,AIDS जैसी बीमारियाँ असाध्य रोगों मे से एक जो अगर हो जाए तो उसे बचना नामुमकिन सा लगता है | पर अगर सत भक्ति करे तो हम इन जानलेवा बीमारियो से बच सकते हैं | संत रामपाल जी महाराज जी बताते है की कबीर साहेब पुर्ण परमात्मा है जो हमारे सभी पाप कर्मो का नाश कर सकते हैं वो पापों के शत्रु है वो हमे किसी भी लाइलाज बिमारी से छुटकारा दिला सकते हैं | सत भक्ति करने से हमारे सभी रोग दूर होते है और जीवन सुखमय हो जाता है 
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नशा इतनी तेजी से क्यों फैलता है

नशे की लत कैसे लग जाती है  आज कल सभी लोग बहुत नशा करने लगे हैं | हमारे आस पास कई लोग एसे है जो बीड़ी सिगरेट शराब गुटखा गांजा अफिम जैसी चीजों का नशा करते हैं और जो बहुत ही घातक प्रभाव डालता है हमारे शरीर पर फिर वो चाहे थोड़ी मात्रा में लो या ज्यादा मात्रा में लो नशा तो नशा ही होता है | नशा आजकल के युुुुवाओ का फैशन बनता जा रहा है और ये फैशन कब आदत बन जाता है पता ही नहीं चलता है और तब यह नशा छोड़ पाना बहुत मुश्किल हो जाता और चहा कर भी नहीं छुटता है | नशा कैसे छोड़ा जाए  आज ज्यादातर मानव समाज नशे की लत से जूझ रहा है इससे छुटकारा पाना मुश्किल हो रहा है पर यदि हम संत रामपाल जी महाराज जी के शरण में जाते हैं और द्वारा बताई गई सत भक्ति करते हैं तो हमारा नशा छुट सकता है | संत रामपाल जी महाराज जी ही एक एसे संत है जो ना सिर्फ नशे से छुटकारा दिलाते है बल्कि हमारे अंदर जितने विकार एवं बुराईयाँ है उससे भी छुटकारा दिलाते है तथा जीवन सुखी बनाते हैं |

Janmashtami :Lord Krishna

ऋग्वेद मंडल नंबर 9 सुक्त 1मंत्र 9 में लिखा है की पुर्ण परमात्मा माँ के गर्भ से जन्म नहीं लेता वो अवतरित होते हैं और उनकी परवरिश कुँवारी गायों के दूध से होती है | लेकिन जैसा की हमें पता कृष्ण जी ने देवकी माँ के गर्भ से जन्म लिया तथा उनकी परवरिश गायों के दूध से हुई | और दुसरी तरफ कबीर साहेब जी ही लहरतारा तालाब पर अवतरित हुए और उन्हें वहां से निसंतान दम्पति उठा कर ले गए और उनकी परवरिश कुँवारी गाय के दूध से हुई तो यह सिद्ध होता है कि पूर्ण  परमात्मा कबीर साहेब जी हैं | Krishna Janamashmi 

परमात्मा साकार है

आइए जानते हैं कौन है सच्चा परमात्मा  ईसा मसीह परमात्मा के पुत्र थे। पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब ही सबके पिता हैं, उत्पत्ति कर्ता हैं। वही असली माता-पिता,भाई बंधु हैं। वह काल की तरह कभी धोखा नहीं देते।पूर्ण परमात्मा जन्म मृत्यु से परे है, वह न तो माँ के गर्भ से जन्म लेता न ही उसकी मृत्यु होती है। ईसा मसीह जैसी पवित्र आत्मा की भी दर्दनाक मृत्यु हुई। फिर आम इंसान का कैसे बचाव हो सकता है। केवल पूर्ण परमात्मा कबीर जी ही अवविनाशी हैं, मोक्षदायक प्रभु हैं।पवित्र बाईबल (उत्पत्ति ग्रन्थ) से सिद्ध होता है कि परमात्मा मानव सदृश शरीर में है, जिसने छः दिन में सर्व सृष्टी की रचना की तथा फिर विश्राम किया। हजरत ईसा मसीह की मृत्यु 30 वर्ष की आयु में हुई जो पूर्व ही निर्धारित थी। स्वयं ईसा जी ने कहा कि मेरी मृत्यु निकट है तथा तुम शिष्यों में से ही एक मुझे विरोधियों को पकड़वाएगा और वो मुझे मार देंगे। इससे सिद्ध है हज़रत ईसा जी ने कोई चमत्कार नहीं किया ये सब पहले से ही निर्धारित था। पूर्ण परमात्मा ही भक्ति की आस्था बनाए रखने के लिए स्वयं प्रकट होता है। पूर्ण परमात्मा ने ही ईसा जी की मृत...

God Kabir Prakat Diwas 2020

A Lahartaara pond in Kashi.  The water of the Ganges river used to bounce above the low track by waves and come in a lake.  Therefore, that lake was named Lahartara.  Big-big lotus flowers were grown in that pond.  Neeru-Neema (was a childless couple) went on a Shukla Poornamasi Vikram Samvat 1455 (AD 1398) of Jyeshtha month to bathe in the Brahma Muhurta on Monday.  There, Neeru - Neema got Kabir divine as infant on lotus flower.

कबीर साहेब जयंती VS कबीर साहेब प्रकट दिवस

कबीर प्रकट दिवस  जयंती तो उसकी मनाई जाती है जिसकी जन्म- मृत्यु होती है, लेकिन "कबीर साहेब" अविनाशी भगवान हैं, जिनकी कभी भी जन्म-मृत्यु नहीं होती। कबीर साहेब ने अपनी वाणियों में स्पष्ट किया है, कि उनका जन्म नहीं होता।  ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया।  काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।  माता पिता मेरे कछु नाही, ना मेरे घर दासी।  जुलहे का सुत आन कहाया, जगत करे मेरी हांसी।।